एक सुन्दर युवती एक दवाईयों की दुकान के सामने काफी देर तक खडी थी
और भीड़ छटने का इंतज़ार कर रही थी।
---
दुकान का मालिक उसे शक की नजर से घूर रहा था।
---
बहुत देर बाद जब दुकान मे कोई ग्राहक नही बचा, तो वह लड़की दुकान मे आयी।
---
एक सेल्समन को धीरे से एक किनारे बुलाया।
---
दुकान मालिक अब और भी ज्यादा चौकन्ना हो गया।
---
लड़की ने धीरे से एक कागज़ सेल्समन की ओर बढाया।
---
धीरे से फुसफुसायी, "भैया, - - - मेरी एक डॉक्टर के साथ शादी तय हो गयी है।
-
-
-
-
आज "उनकी" पहली चिठ्ठी आयी है।
-
-
-
थोडा पढ़कर सुनायेंगे क्या ?
:-) :-) :-)
और भीड़ छटने का इंतज़ार कर रही थी।
---
दुकान का मालिक उसे शक की नजर से घूर रहा था।
---
बहुत देर बाद जब दुकान मे कोई ग्राहक नही बचा, तो वह लड़की दुकान मे आयी।
---
एक सेल्समन को धीरे से एक किनारे बुलाया।
---
दुकान मालिक अब और भी ज्यादा चौकन्ना हो गया।
---
लड़की ने धीरे से एक कागज़ सेल्समन की ओर बढाया।
---
धीरे से फुसफुसायी, "भैया, - - - मेरी एक डॉक्टर के साथ शादी तय हो गयी है।
-
-
-
-
आज "उनकी" पहली चिठ्ठी आयी है।
-
-
-
थोडा पढ़कर सुनायेंगे क्या ?
:-) :-) :-)
-------------------------------------------------------------
The End
-------------------------------------------------------------
==================================================
फेसबुक लिंक
https://www.facebook.com/prakash.govind/posts/892270084116624
==================================================
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
'आप की आमद हमारी खुशनसीबी
आप की टिप्पणी हमारा हौसला' !!
संवाद से दीवारें हटती हैं, ये ख़ामोशी तोडिये !!
*****************************************************