घर ढूंढते ढूंढते एक नयी बनी इमारत के पास पहुंचा
और सिक्यूरिटी गार्ड से पूछा,
"यहाँ फ्लैट खाली है क्या रेंट के लिए?"
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गार्ड बोला - "जी सर"
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मैंने पूछा - "तुम दिखाओगे"
गार्ड - "मैनेजड़ है साब"
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मैंने नंबर माँगा और फ़ोन डायल किया,
इस बीच मैंने गार्ड से मेनेजर का नाम पूछा !
गार्ड - "सड़ीप सर"
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मैंने फ़ोन काटा और कन्फर्म किया, "संदीप?"
गार्ड, "नहीं ,, सड़ीप सर"
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फिर ढूंढते हुए बिल्डिंग के अन्दर पहुँच गए।
मेनेजर साहब मिले, मैंने हाथ मिलाया और कहा, "हेल्लो"
मेनेजर - "हेल्लो ,,, आय ऍम शरीफ।"
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सीख :- सारे सिक्यूरिटी गार्ड नेपाली नहीं होते कुछ एक असमी भी होते हैं। :-)
और सिक्यूरिटी गार्ड से पूछा,
"यहाँ फ्लैट खाली है क्या रेंट के लिए?"
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गार्ड बोला - "जी सर"
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मैंने पूछा - "तुम दिखाओगे"
गार्ड - "मैनेजड़ है साब"
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मैंने नंबर माँगा और फ़ोन डायल किया,
इस बीच मैंने गार्ड से मेनेजर का नाम पूछा !
गार्ड - "सड़ीप सर"
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मैंने फ़ोन काटा और कन्फर्म किया, "संदीप?"
गार्ड, "नहीं ,, सड़ीप सर"
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मैं सोच में पड़ा, अजीब-अजीब से नाम रखते हैं लोग आजकल।
ऐसे ही विस्मित होते हुए मैंने कॉल लगाई लेकिन लाइन व्यस्त मिली।
--- फिर ढूंढते हुए बिल्डिंग के अन्दर पहुँच गए।
मेनेजर साहब मिले, मैंने हाथ मिलाया और कहा, "हेल्लो"
मेनेजर - "हेल्लो ,,, आय ऍम शरीफ।"
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सीख :- सारे सिक्यूरिटी गार्ड नेपाली नहीं होते कुछ एक असमी भी होते हैं। :-)
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The End
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आपकी लिखी रचना आज बुधवार 24 दिसंबर 2014 को लिंक की जाएगी........... http://nayi-purani-halchal.blogspot.in आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंआपका बहुत आभार
हटाएंमजेदार रचना ...कभी कभी .कंफ्यूज भी अच्छा खासा बन जाता है
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा हा हा
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