रविवार, अगस्त 04, 2013

समझदार सरपंच और मौसम विभाग

एक बार मुझे मेरे गाँव का सरपंच बना दिया गया.. गाँव वालो ने सोचा की छोरा पड़ा लिखा है...समझदार है, अगर ये सरपंच बन गया तो गाँव की भलाई के लिए काम करेगा..

मौसम बदला, सर्दियों के आने के महीने भर पहले गाँव वालो ने मुझसे पूछा कि - 
"सरपंच साहब इस बार सर्दी कितनी तेज पड़ेगी ?"
मैंने गाँव वालों से कहा की 'मैं आपको कल बताऊंगा..'

मैं तुरंत ही शहर की और निकल गया..वहा जाकर मौसम विभाग में पता किया तो मौसम विभाग वाले बोले - "सरपंच साहब इस बार बहुत तेज सर्दी पड़ने वाली है.."
मैंने भी दुसरे दिन गाँव में आकर ऐसा ही बोल दिया...

गाँव वालो को विश्वास था की अपने सरपंच साहब पढ़े लिखे हैं..शहर से पता करके आये हैं तो सही कह रहे होंगे..गाँव वालो की नजर में मेरी इज्जत और बढ़ गयी .. तेज सर्दिया पड़ने की बात सुनकर गाँव वालो ने सर्दी से बचने के लिए लकडिया इक्कठी करनी शुरू कर दी.

महीने भर बाद जब सर्दियों का कोई नामोनिशान नहीं दिखा तो गाँव वालो ने मुझसे फिर पूछा..
मैंने उन्हें फिर दुसरे दिन के लिए टाला..और शहर के मौसम विभाग में पहुँच गया..

मौसम विभाग वाले बोले की "सरपंच साहब आप चिंता मत करो इस बार सर्दियों के सारे रिकॉर्ड टूट जायेंगे.."
मैंने ऐसा ही गाँव में आकर बोल दिया..
मेरी बात सुनकर गाँव वाले पागलो की तरह लकडिया इक्कठी करने लग गए..

इस तरह पंद्रह दिन और बीत गए लेकिन सर्दियों का कोई नामोनिशान नहीं दिखा..
गाँव वाले फिर मेरे पास आये..मैं फिर मौसम विभाग जा पहुंचा..
मौसम विभाग वालो ने फिर वही जवाब दिया की - 
"सरपंच साहब आप देखते जाइये की सर्दी क्या जुलम ढाती है ?"

मैंने फिर से गाँव में आकर ऐसा ही बोल दिया..
अब तो गाँव वाले सारे काम धंधे छोड़कर सिर्फ लकडिया इक्कठी करने के काम में लग गए..

इस तरह पंद्रह दिन और बीत गए.. लेकिन सर्दिया शुरू नहीं हुई ..
गाँव वाले मुझे कोसने लगे.. मैंने उनसे एक दिन का वक्त और माँगा..

मैं तुरंत मौसम विभाग पहुंचा तो उन्होंने फिर ये जवाब दिया की - 
"सरपंच साहब इस बार सर्दियों के सारे रिकॉर्ड टूटने वाले हैं .."
अब मेरा भी धैर्य जवाब दे गया..
मैंने पूछा - "आप इतने विश्वास से कैसे कह सकते हैं ?"
मौसम विभाग वाले बोले - "सरपंच साहब हम पिछले दो महीने से देख रहे हैं ... पड़ोस के गाँव वाले पागलो की तरह लकडिया इक्कठी कर रहे हैं .. इसका मतलब सर्दी बहुत तेज पड़ने वाली है....."

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The End
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फेसबुक मित्रों द्वारा की गयीं कुछ प्रतिक्रियाएं
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  • hahaahahahahaahahahaahahaahaha ! Squire 1
  • hehehehehehehehehehehehehehehehehe ..
  • Jeevan Kumar Saraswat 
    ये आज का मौसम विभाग है जो रिजर्वेशन का लाभ ले कर तैयार किया गया है  …  और ठीक ऐसे ही सरपंच जी हैं  :-)  
  • Kya Baat Hai … Kya Baat Hai … Waaah 
  • व्यंग्य के लिए धन्यवाद भैय्या जी आपने हंसा दिया... 
  • हा हा हा ...बाप रे ! इतनी विश्वसनीय खबर ....
  • Raj Bhatia 
    तीनो ही महा बेवकुफ़ थे...
  • अब फंस ही गये थे तो निर्मल बाबा से कोई उपाय पूछ लेना था
  • Hahahaha ! Waah Sir Maje Aa gye... Agar Ye Koyi Tej Barsaat Wali Jaisi koyi Baat Hoti To' Aadhe Gaanv waale Plaayan Kar Chuke Hote... 
    Baad Me, Aadhe Bhook~Akaal Se.
  • hee,,hee,,hee,,hee waah re mausam vibhag wale 
  • Vijay Kumar Singhal 
    ही...ही...ही...खी...खी..खी....खी.....
  • 'पड़ोस के गाँव वाले पागलो की तरह लकडिया इक्कठी कर रहे हैं..
    इसका मतलब सर्दी बहुत तेज पड़ने वाली है... ha...ha...ha...ha...ha...ha.. 
    hasi rokna mushkil ho gaya padhkar. maja aa gaya
  • Very classic Post 
  • ise kahte hai sahi panch
  • अच्छा है
  • hahahahahahahahahahahahaha ..
  • ईधन तो जमा हो गया   …  अगर सर्दी नहीं पड़ी तो क्या हुआ चूल्हा तो जलता रहेगा 
  • हा .हा ...हा.../ बहुत खूब ! लेकिन / ये / तो / साधारण व्यक्ति भी जनता है कि 
    जिस दिन मौसम विभाग भारी बारिश की चेतावनी जारी करता है // उस दिन बूँदें भी 
    नहीं पड़ती /  फिर / गाँव वालों ने आपको पीटा होगा !!
  • गाँव वाले सरपंच की मेहनत और लगन को नजरअंदाज नहीं करते …  वो लकड़ी के 
    इस्तेमाल का दूसरा तरीका सरपंच से सीख लेते  … सरपंच बनाया है तो इज्जत भी करेंगे 
  • Sikandar Ali 
    symbiosis.
  • हा हा हा हा हा हा हा हा हा  ..... बहुत खूब 
  • हा हा हा हा भारत का मौसम विभाग यही कर रहा है
  • Sir i got ot hidden msg he isme
  • Govind bhayi jaada to nipat gaya ... ab barsaat ke baare men 
    mausam vibhag ke bharose na rahna 
  • hahahaaaaaaaaaaaaaa
  • हा हा हा...हमारे पुराने लोग ही अच्‍छे थे जो आसमान को निहार कर बता देते थे कि 
    बारिस कब होने वाली है..
  • Savita Singh जी ये बात तो आपने खूब कही  ..... सच में आज भी प्रकृति से जुड़े लोग 
    आसमान को देखकर ….  हवा की चाल देखकर … जीव-जंतुओं का व्यवहार देखकर 
    काफी कुछ बता दिया करते थे .……. मौसम विभाग से तो वही लोग बेहतर 
  • 'मैं आपको कल बताऊंगा..'
  • हा...हा...हा... बहुत ही बढ़िया...मजेदार...कहानी का असली मज़ा तब ही है जब 
    अंत तक उत्सुकता बनी रहे..
  • प्रकाश....तुम ऐसे ही सरपंच बने रहो...ताकि..लोग पढ़ते..समझते रहे....
  • जय हो … मौसम विभाग की और सरपंच जी की ।  
    ईश्वर बचाए सरकारी संस्थाओं की कार्य प्रणाली से ......
  • Oh  My  God  :-)    :-)    :-)  
  • Gayatri Roy Ghosh 
    Too Good 
  • Ssd Agrawal प्रकाश जी, धन्यवाद इस रसीले व्यंग के लिए । 
    आप की इस लघु कथा पर एक घटना याद आ गयी जल्द ही आपके कमेन्ट के लिए 
    पोस्ट करूंगा ।
  • haaaaaaaaahaaaaaaaaaaaaaa..........
  • सरपंच साहब की जय... 
  • Hahahahahaha...hahahaha.
  • Hahahahahahaahah
    main aapko 2 din pahle ka kissa hi batata hun. mera ek khas mitra hai 
    wah aur me ek mitra ke waha ja rahe the to ek uncle scuter chalu kar rahe 
    the unka skuter chalu nahi ho pa raha tha to wo ctuter chalu karne ke bad 
    ek samne ghar ke aage naman karte he jhuke to ek uncle aur samne se 
    road pe aare the to unhe sekh ku6 second bad unhone bhi naman kiya 
    sheesh jhuka kar

    uske bad ek uncle agle 50-60 sec. Me bike jate huye sis jhukate huye us 
    ghar ke samne naman kiya.....!!!!  Mere mitra ne dekha ye ho kya raha hai sab ek dam se naman kar rahe hai. sheesh jhuka kar to aise me woh bhi gaya ghar ke samne aur jhaaka dur se

    aur ek dam se shees jhuka kar naman kiya aur chalte bana yah kriya humare sath woh scuter wale uncle bhi dekh rahe the....!

    Hum aage chal pade wo uncle scuter leke aage aaye aur rok kr poochha 
    yah ho kya raha hai ..... to humne jawab diya ki aapko dekh sab jhuke 
    aur hum ne dekha ki sab naman kar rahe hai to humane bi kar diya

    aur hume samjh me aagaya ki ye to ek dusare ke dekha daakhi karke 
    shees naman kar rahe the....... us waqt uncle jee ka muh dekhne 
    laayak tha aur hum bad me aake bahut hase fir
  • सरपंच साहब की जय जय..
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    7 टिप्‍पणियां:

    1. ha...ha..ha...ha.....ha....ha
      bahut hi majedar
      maja aa gaya padhkar. sirf mausam vibhag hi nahi balki government sector ke sabhi vibhag isi tarah kaam karte hain.

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    2. :)..रोचक!
      वाकई बहुत बढ़िया व्यंग्य लिखा है.

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    3. Sir hamne ise pahle hi facebook par padha tha
      magar aaj dobara padhkar bhi utna hi hanse . :-)

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    4. ha ha ha
      waaah re sarpanch ji aur mausam vibhag ke to kahne hi kya
      bahut majedar kissa

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