मंगलवार, सितंबर 30, 2008
बुधवार, सितंबर 17, 2008
'आवाज़' ब्लॉग की सभी पोस्ट यहाँ देखें
- गुरु और चेला :-)
- बेहतरीन थ्री डी चित्रकारी
- सत्यनारायण भगवान और मैं :-)
- सभ्य समाज में कहाँ है कोई दलित ?
- भारत का पक्का बदमाश : "महात्मा गांधी"
- शक्ति का बिखराव
- जहाँ बकरियां पेड़ों पर दिखती हैं
- बीवी और गुमशुदा कार
- अपेक्षाओं का कोई अन्त नहीं
- हिन्दू और मुसलमान दोनो धरती के बोझ है ?
- वेटिकन सिटी में धंदा
- पिता-पुत्र कथा
- निश्छल प्रेम
- प्रोफेशनल भिखारी
- कैसे-कैसे दिलचस्प साइनबोर्ड :-)
- होनहार मंगेतर :-)
- इंजीनियर की समस्या और जाट बुद्धि
- मानवता को समर्पित एक शख्स
- जाओ बाबू, दरोगा बन जाओ ... (लघु कथा)
- सऊदी अरब का स्टूडेंट
- गाँव का क़ानून ... !! :-)
- गोल गप्पे वाला और बेचारा मैं :-)
- कला पारखी और जुम्मन मियां
- काग दही पर जान गँवायो :-)
- हिंदी के अध्यापक और साइकल मिस्त्री
- प्रत्येक पिता के लिए उम्मीद
- चोर और ख्वाब की ताबीर
- अम्बानी की मेहमान नवाज़ी :-)
- मानसिक रोगी का परीक्षण :-)
- छोटे तिवारी और बोर्ड की परीक्षा :-)
- तलाश है ऐसे तीन लोगो की ...
- जब गाँधी और गोडसे मुस्कुराये
- खुली लूट मचा रखी है .... :-)
- आई सी यू में अलौकिक शक्ति का रहस्य :-)
- गजोधर को मिला जादुई चिराग :-)
- लेडीज को सीट ऑफर :-)
- नज़रिए का फर्क
- कर्मचारी की शिकायत और मैनेजर का केलकुलेशन
- कुत्तों को जलेबियाँ :-)
- तीन बेचारे :-)
- चालाक महिला का कार एक्सीडेंट :-)
- कंजूस पति की इच्छा :-)
- स्त्री और पुरुष - दोनों में अंतर :-)
- अटल - नेहरु प्रसंग
- जब गजोधर ने फंक्शन आर्गेनाइज किया
- मंगेतर की पहली चिठ्ठी :-)
- टीवी पर ज्योतिष समाधान कार्यक्रम :-)
- डबल स्टैण्डर्ड
- गजोधर की पत्नी गायब होने की रिपोर्ट :-)
- गजोधर की होशियारी :-)
- गजोधर की अंग्रेजी स्पेलिंग प्राब्लम
- जाट और अंग्रेज वार्तालाप :-)
- कुछ एक असमी सिक्यूरिटी गार्ड भी होते हैं :-)
- सीनियर सिटिजन और पुलिस इंस्पेक्टर
- इंटेलिजेंस ब्यूरो भर्ती में महिला उम्मीदवार
- इंटेलिजेंट एंसर इन इंटरव्यू
- लाल बहादुर शास्त्री से जुड़ा एक सच्चा प्रसंग
- मंत्री जी का साला
- जन धन योजना वाया भेजा फ्राई
- बिल्ली के गले में घटी ...
- बिल गेट्स और बिहारी
- आदमी और बाजार
- भाई-चारा संवाद
- बोरिंग कथा ऑफ कम्बल
- स्वर्ग, हैवन या ज़न्नत का फैसला कैसे होगा ?
- लतेहड़पंती
- जिन्होंने जन्म दिया
- राजवैद्य की जादुई पुडिया
- एक रहेन मिश्रीलाल : चुनावी चकल्लस
- एक दिलचस्प और सच्चा किस्सा
- घर सा घर ... अब कहाँ है घर
- खुरपेंची लाल महान
- तालिबानी गुडविल इन पाकिस्तान
- जो खुद ही माया में अटके हों ....
- बंगलादेशी डाकू और गजोधर भैया
- पुलिसिया चरितनामा
- "हुजूर जूते मारने वालों की संख्या बढ़ा दी जाए"
- गजोधर भैया और अंग्रेज
- अथ श्री सदाचारी कथा
- लूटा किसने .. लुटा कौन .. ??
- समझदार सरपंच और मौसम विभाग
- गधे की मजार
- यथा प्रजा तथा राजा
- हम पूर्वजों के क्रेडिट पर कब तक शान मारेंगे
- ज़िन्दगी हारी नहीं ... (क्षणिकाएं)
- काबिल हकीम और नवाब की बेगम
- झूठ-फरेब, खुशफहमी, झूठा सच, अहसास (क्षणिकाएं)
- क्षमा / किस्मत (दो क्षणिकाएं)
- यह फ़िल्म की कहानी नहीं हकीकत है
- पांच पतियों वाली कलयुग की द्रोपदी
- क्या सचमुच दुखुराम अपराधी है ?
- बाजार/रिश्तेदारी/उम्मीद (तीन कवितायें )
- ईश्वर / मनुष्य / प्रकृति (तीन कवितायें )
- जाकिर नाइक की जाहिलाना बातें
- तरक्की / लड़कपन / माहौल (क्षणिकाएं)
- माँ का वजूद / कोई नहीं (कवितायें)
- शेर-ओ-सुखन
- इन्डियन मुजाहिदीन का नेता जी को पैगाम
- अकेलापन (कविता)
- न्याय (कविता)
- जो कि महज मखमल में टाट का पैबंद था
- अकेला / हमदर्द [दो लघु-कथाएँ]
- यकीन
- वो कागज़ की कश्ती .......
- अंध विश्वास का मायाजाल
- दो कवितायें - मूक प्रश्न / संवाद
- रोजाना
- तमाशा -ए-लोकतंत्र
- क्यूँ बदल रहा है बचपन ?
- 'आवाज़' ब्लॉग की सभी पोस्ट यहाँ देखें
सदस्यता लें
संदेश (Atom)