शुक्रवार, दिसंबर 26, 2014

तीन बेचारे :-)

एक सुबह डॉक्टर के क्लीनिक में एक मरीज बहुत तेज पीठ दर्द की शिकायत लेकर आया। 
--- 
डॉक्टर ने पड़ताल करके उससे पूछा: तुम्हारी पीठ को हो क्या गया है ? 
--- 
मरीज :- सर मैं एक नाइट क्लब में काम करता हूं। आज सुबह जब मैं अपने अपार्टमेंट में लौटा तो मुझे कमरे में कुछ आवाजें सुनाईं दीं। जब मैं कमरे में घुस रहा था तो मुझे पता था कि मेरी पत्नी के साथ कोई था। क्योंकि बालकनी का दरवाजा खुला हुआ था। मैं बालकनी की ओर दौड़ा पर वहां कोई था नहीं। जब मैंने बालकनी से नीचे देखा तो एक आदमी कपड़े पहनते हुए दौड़ रहा था। मैं बहुत गुस्से में था तो मैंने फ्रिज उठाकर उसे फेंक के दे मारा। फ्रिज बहुत ही ज्यादा भारी था तो मेरी पीठ टेड़ी हो गई। 
--- 
--- 
थोड़ी देर बाद एक और मरीज आया और उसकी हालत पहले मरीज से भी ज्यादा खराब थी। 
--- 
डॉक्टर :- तुम्हारी हालत बहुत ही टूटी फूटी है। क्या हो गया तुम्हें ? 
--- 
मरीज:- आप नहीं जानते लेकिन मैं कुछ दिनों से बेरोजगार था। आज मेरी नौकरी का पहला दिन था। सुबह मेरी घड़ी का अलार्म भी नहीं बजा। मैं ऑफिस के लिए बहुत लेट हो गया तो मैं अपने बिल्डिंग के नीचे दौड़ते हुए ऑफिस जा रहा था और साथ-साथ तैयार भी होता जा रहा था..और आपको यकीन नहीं होगा पता नहीं कहां से मेरे ऊपर फ्रिज आ गिरा। मुझे नहीं पता कहां से और क्यों। लेकिन मेरी पीठ जरूर टूट गई। 
--- 
--- 
कुछ ही देर बाद डॉक्टर के यहां एक और मरीज आया जो बिल्कुल ही मरने की हालत में लग रहा था। 
--- 
डॉक्टर ने कहा क्या हो गया तुम्हें ? 
--- 
मरीज :- मैं फ्रिज में था। 

:-)  :-)  :-) 
--------------------------------------------------------------------
The End
--------------------------------------------------------------------
=================================================== 
फेसबुक लिंक 
https://www.facebook.com/prakash.govind/posts/907271422616490 ===================================================

2 टिप्‍पणियां:

'आप की आमद हमारी खुशनसीबी
आप की टिप्पणी हमारा हौसला' !!

संवाद से दीवारें हटती हैं, ये ख़ामोशी तोडिये !!
*****************************************************